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Easy Zero Waste Food Ideas for School Lunch in Hindi

Easy Zero Waste Food Ideas for School Lunch in Hindi

Easy Zero Waste Food Ideas for School Lunch in Hindi : नमस्कार दोस्तों आज हम एक और नये पोस्ट के साथ आपके साथ हाजिर हैं। आज हम आपको बताने वाले है जीरो वेस्ट के इस्तेमाल से अपने बच्चो के लिए स्कुल लंच में क्या देना चाहिए। हर दिन बच्चों का टिफिन बनाना आसान नहीं होता। जब खाना बच जाता है तो दिल भी दुखता है और खाने की बर्बादी भी महसूस होती है।

लेकिन थोड़ा सोच-समझकर हम इस समस्या से बच सकते हैं। थोड़ी सी प्लानिंग से टिफिन न केवल स्वादिष्ट बन सकता है बल्कि Zero Waste भी हो सकता है। इस ब्लॉग में हम देसी, आसान और काम के आइडियाज बता रहे हैं जो बच्चों के टिफिन को हेल्दी और मज़ेदार बना देंगे।

और पढ़े> Easy Zero Waste Food Ideas in Hindi for School

Easy Zero Waste Food Ideas for School Lunch in Hindi

1. बचे चावल से स्वादिष्ट पुलाव या टिक्की

बचे हुए चावल को फेंकने की बजाय सब्ज़ी और मसालों के साथ मिलाकर झटपट पुलाव बनाया जा सकता है। यह स्वादिष्ट, पौष्टिक और बच्चों के टिफिन के लिए एकदम परफेक्ट होता है।

आप चाहें तो चावल को मसालों के साथ मिलाकर टिक्की बना सकते हैं। तवे पर सेंकी हुई यह टिक्की क्रिस्पी होती है और बच्चों को बहुत पसंद आती है। मैंने जब पहली बार इसे बनाकर खाया था तो मुझे भी बहुत पसंद आयी थी।

2. बची दाल से बनाएं पराठा या पकोड़ा

मेरा सलाह है की बची हुई दाल को आटे में मिलाकर नरम और स्वादिष्ट पराठा बनाएं। यह बच्चों के टिफिन में हेल्दी, पौष्टिक और टेस्टी विकल्प होता है। ऊपर से थोड़ा घी लगाएं तो स्वाद और भी बढ़ जाता है।

दाल को बेसन में मिलाकर कुरकुरे पकोड़े भी बनाए जा सकते हैं। यह पकोड़े बच्चों को बहुत पसंद आते हैं और बचे खाने का सही उपयोग होता है। इससे न सिर्फ खाना बचता है बल्कि पोषण भी बना रहता है।

3. बासी रोटी से बने मज़ेदार रोल

बची हुई रोटी को फेंकने के बजाय उसमें कोई भी सूखी सब्ज़ी लपेटें और रोल बना लें। यह झटपट तैयार होता है और बच्चों को स्वादिस्ट होने के कारण पसंद भी आते हैं।

रोल टिफिन में रखना आसान होता है और खाने में कम गड़बड़ी होती है। बच्चा बिना झिझक टिफिन खत्म करता है और खाना भी बर्बाद नहीं होता। हमारे यहाँ तो बच्चे टिफिन में यही ज्यादा लेकर जाते हैं।

4. सब्ज़ी के छिलकों से बनाएं सब्ज़ी

कद्दू, लौकी और गाजर जैसे सब्ज़ियों के छिलकों को अक्सर फेंक दिया जाता है लेकिन यही छिलके हल्के मसालों में भूनकर स्वादिष्ट सब्ज़ी बन सकते हैं। ये टिफिन में देने लायक होते हैं और पोषण से भरपूर भी होते हैं।

जब बच्चे टिफिन में कुछ अलग पाते हैं तो खाने की रूचि भी बढ़ती है। छिलकों की सब्ज़ी न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि यह हमें खाने की बर्बादी से भी बचाती है और ज़िम्मेदार नागरिक बनने की सीख देती है।

5. फलों से बनाएं फ्रूट रोल या स्मूदी

अगर केला या सेब ज़्यादा पक गया है तो उसे फेंकने की बजाय स्मूदी बना लें या उसकी प्यूरी तैयार करें। बच्चों को मीठा खाना पसंद होता है और यह हेल्दी ऑप्शन भी बन जाता है।

आप रोटी पर प्यूरी लगाकर रोल बना सकते हैं जो बच्चों के टिफिन में मीठा टच जोड़ता है। इससे फल भी नहीं बर्बाद होते और बच्चे स्वाद के साथ पोषण भी पाते हैं।

6. सूखी ब्रेड से बनाएं उपमा या पकोड़ा

बासी ब्रेड के टुकड़ों को प्याज, टमाटर और हल्के मसालों के साथ भूनकर एक टेस्टी उपमा बनाया जा सकता है। यह जल्दी बनता है और बच्चों को नए स्वाद का एहसास देता है।

दूसरा तरीका है ब्रेड को बेसन के घोल में डुबाकर पकोड़े बनाना। ये कुरकुरे पकोड़े बच्चों को खूब पसंद आते हैं और चाय के साथ भी अच्छे लगते हैं।

7. बचे खाने से करें अगला टिफिन तैयार

रात की बची सब्ज़ी या पराठा फेंकने की बजाय, फ्रिज में रखकर सुबह थोड़ा बदलाव करें। इसमें नया मसाला, हरी धनिया या थोड़ा सा पनीर मिलाकर नया स्वाद लाएं।

इससे न केवल समय की बचत होती है बल्कि बच्चे भी टिफिन में कुछ अलग पाकर खुश होते हैं। यह तरीका बर्बादी से बचाता है और पोषण बना रहता है।

8. बच्चों को बनाएं ज़िम्मेदार

बच्चों को प्यार से समझाएं कि खाना बर्बाद करना ठीक नहीं होता। उनसे कहें कि वो टिफिन में जितना खाना लाएं, उतना ही खाएं और अगर बच जाए तो दोस्तों के साथ शेयर करें या घर लाएं।

जब बच्चे खुद जिम्मेदारी लेने लगते हैं तो उनकी सोच में बड़ा फर्क आता है। Zero Waste सिर्फ एक आदत नहीं रह जाती बल्कि एक समझदारी भरी ज़िम्मेदारी बन जाती है जिसे वो खुशी से अपनाते हैं।

निष्कर्ष

Zero Waste टिफिन का मतलब सिर्फ बचा हुआ खाना इस्तेमाल करना नहीं है बल्कि बच्चों को एक जिम्मेदार सोच देना भी है। जब हम बचा खाना समझदारी से दोबारा उपयोग करते हैं तो हम पर्यावरण की रक्षा, परिवार की सेहत और भविष्य की सुरक्षा कर रहे होते हैं।

हर बार जब आप टिफिन पैक करें तो सिर्फ स्वाद का नहीं, जिम्मेदारी का भी ध्यान रखें। क्योंकि छोटी-छोटी आदतें मिलकर बड़ा बदलाव लाती हैं और Zero Waste इसी बदलाव की शुरुआत है।

हमने इस पोस्ट में जितने भी जीरो वेस्ट फ़ूड के तरिके बताये हैं अगर आपको पसंद आया हो तो हमें कमेन्ट में जरुर बतायें और ऐसी जानकारी पाने के लिए जुड़े रहे हमारे साथ।

FAQs: Zero Waste Food Ideas for School Lunch

1. Zero Waste टिफिन क्या होता है?

Zero Waste टिफिन का मतलब है ऐसा लंच पैक करना जिसमें कोई खाना बर्बाद न हो। इसमें बचे खाने का दोबारा उपयोग किया जाता है और पर्यावरण की रक्षा की जाती है।

2. बच्चों के टिफिन को Zero Waste कैसे बनाएं?

बची दाल, चावल, सब्ज़ी या ब्रेड से नए व्यंजन बनाएं। बच्चों के टिफिन में वही चीज़ दें जो वो पूरा खा सकें और खाना बर्बाद न हो।

3. क्या बची हुई रोटी का उपयोग टिफिन में किया जा सकता है?

जी हाँ, बची हुई रोटी में सब्ज़ी लपेटकर रोल बनाया जा सकता है। यह टेस्टी भी होता है और बच्चों को पसंद आता है।

4. Zero Waste टिफिन से क्या फायदे हैं?

इससे खाना बर्बाद नहीं होता, पैसे की बचत होती है और बच्चों में जिम्मेदारी की भावना बढ़ती है। यह पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।

5. बच्चों को Zero Waste की आदत कैसे सिखाएं?

उन्हें सिखाएं कि खाना पूरा खाएं, टिफिन खाली लौटाएं और बचे खाने को शेयर करें। धीरे-धीरे ये आदत उनकी सोच का हिस्सा बन जाती है।

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