Easy Zero Waste Food Ideas in Hindi Indian Veg : हेलो दोस्तों आज हम फिर एक नया पोस्ट लेकर आये हुए है जीरो वेस्ट फ़ूड से रिलेटेड। भारतीय रसोई में रोज़ कुछ ना कुछ बच ही जाता है कभी चावल, कभी सब्ज़ी तो कभी रोटी। इस पोस्ट में हम ऐसे तरीके बतायेंगे की आप डिश को खाकर कहेंगे वाह क्या स्वाद है।
हम अक्सर सोचते हैं अब इसका क्या करें? लेकिन क्या आपने सोचा है कभी वो खाना सच में बेकार होता है? नहीं वो हमारी समझ और सोच को परखने का एक मौका होता है। Zero Waste Food का मतलब है जो बचा है वो भी काम का है।
Easy Zero Waste Food Ideas in Hindi Indian Veg
इस पोस्ट में हम जानेंगे कुछ आसान और देसी Zero Waste Food Ideas जो बचे खाने को स्वाद में बदल देंगे।
1. रात के बची चावल से बनाएं टिकी और पुलाव
रात के बचे चावल को फेंकने की बजाय एक बार जरा सोच के देखिये क्या हम उससे कुछ और बना सकते हैं। अगर नहीं पता तो हम आपको बता रहे हैं। उसमें बारीक कटी सब्ज़ियां, मसाले और चाहें तो थोड़ी सी बची दाल मिलाइए।
अब इसे तवे पर टिक्की की तरह सेंक लें, जो कुरकुरी और स्वादिष्ट होती है। मेरे घर में जब भी चावल बच जाता है मैं यही तरीका अपनाता हूँ। या आप ये भी कर सकते हैं इसमें थोड़ा घी डालकर हल्का भून लें और झटपट पुलाव तैयार करें।
यह बच्चों के टिफिन के लिए ये बहुत ही अच्छा विकल्प है। सबसे खास बात किसी को पता भी नहीं चलेगा कि ये कल का चावल था। Zero Waste का ये तरीका बेहद आसान है।
2. बची दाल? पराठा, ठप्पा या पकौड़ी – जैसा मन करे
बची हुई दाल को फेंकने की बजाय उसका इस्तेमाल करने से आप स्वाद और सेहत दोनों को बचा सकते हैं। गेहूं के आटे में दाल, थोड़ा प्याज, धनिया और मसाले मिलाकर गूंथ लें पोषण से भरपूर पराठा तैयार। बच्चों के टिफिन के लिए भी बढ़िया विकल्प है।
अगर कुछ चटपटा चाहिए तो दाल में थोड़ा बेसन मिलाइए और पकौड़ियाँ तल लीजिए। यह स्वाद में भी लाजवाब होती हैं और बचे हुए खाने का सही उपयोग भी होता है। हर बूंद की कदर करना ही जीरो वेस्ट की सोच है।
3. सब्ज़ी के छिलके – सिर्फ कूड़े के लिए नहीं होते
कद्दू, लौकी, गाजर, मूली जैसे सब्ज़ियों के छिलके अक्सर फेंक दिए जाते हैं लेकिन इनमें भी भरपूर पोषण होता है। इन्हें अच्छे से धोकर बारीक काट लें और हल्का सा तेल, राई डालकर भूनें। ऊपर से थोड़ा नमक और हल्दी डालें और आपकी हेल्दी, स्वादिष्ट सब्ज़ी बनकर तैयार।
ये न सिर्फ स्वाद में अच्छी होती है बल्कि यह किचन वेस्ट को कम करने का एक बेहतरीन तरीका है। जब हम छिलकों को दोबारा उपयोग में लाते हैं तो हम Zero Waste जीवन की तरफ एक सशक्त कदम उठाते हैं।
4. बासी रोटी से बनाएं रोल, चिवड़ा या हेल्दी उपमा
बासी रोटी को फेंकने की जरूरत नहीं है। इसे छोटे टुकड़ों में काटें और प्याज, टमाटर, हरी मिर्च के साथ हल्का सा तेल डालकर तवे पर भूनें। इससे स्वादिष्ट रोटी चिवड़ा बन जाता है। या फिर बची सब्ज़ी को रोटी में लपेटें और झटपट रोल तैयार करें।
यह रोल टिफिन के लिए भी परफेक्ट होते हैं और बच्चों को बहुत पसंद आते हैं। इस तरह बासी रोटी से भी आप स्वाद और पोषण से भरपूर नाश्ता बना सकते हैं जो Zero Waste सोच को मजबूत करता है।
5. पके हुए फल – स्मूदी, शेक या मीठा पराठा
कभी केला ज़्यादा पक जाए या सेब थोड़ा नरम हो जाए तो बस एक ब्लेंडर में डालिए, दूध मिलाइए और स्मूदी बना लीजिए। पके फलों को मैश करके मीठा पराठा भी बनाया जा सकता है।
आम से फ्रूट शेक या आइसक्रीम भी बन सकती है। फल बचे तो डरने की जरूरत नहीं सिर्फ थोड़ा सा क्रिएटिव होने की जरूरत है। ये सब हमारी सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
6. चायपत्ती और किचन स्क्रैप से बनाएं घर की खाद
सब्ज़ियों के छिलके, चाय की पत्ती और फलों के टुकड़ों को फेंकने की बजाय एक मटके या पुराने डिब्बे में जमा करें। उसमें थोड़ी सूखी पत्तियां या मिट्टी डालें और ढक कर कुछ हफ्ते छोड़ दें। इससे घर पर ही जैविक खाद बन जाती है।
जो पौधों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इस खाद को अपने गमलों में डालिए आप देखेंगे कि पौधे कैसे तेजी से बढ़ते हैं। यह तरीका पर्यावरण के लिए अच्छा है और किचन वेस्ट को उपयोगी बनाता है।
7. बचे खाने से अगला टिफिन करें तैयार
रात का बचा हुआ खाना जैसे सब्ज़ी, पराठा या चावल को फेंकने की बजाय फ्रिज में रखें। अगली सुबह वही खाना बच्चों के टिफिन में या आपके लंच में काम आ सकता है।
इससे ना सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि खाने की बर्बादी भी रुकती है। छोटे-छोटे बदलाव से हम Zero Waste की तरफ बढ़ सकते हैं बस जरूरत है थोड़ी सी सोच की।
8. ब्रेड हो गई सख्त? बनाएं ब्रेड उपमा या पकोड़ा
अगर आपके पास सूखी या बासी ब्रेड है तो उसे फेंकने की जरूरत नहीं है। इसे छोटे टुकड़ों में काटकर प्याज, टमाटर, हरी मिर्च और मसालों के साथ हल्का सा तेल डालकर भूनिए झटपट ब्रेड उपमा तैयार।
अगर आप कुछ चटपटा चाहते हैं तो बेसन का घोल बनाइए, ब्रेड के टुकड़े उसमें डुबोइए और पकोड़े तल लीजिए। ये चाय के साथ बेहतरीन लगते हैं और बच्चे भी खुश हो जाते हैं।
इस तरह आप बासी ब्रेड से भी स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर नाश्ता तैयार कर सकते हैं Zero Waste तरीका जो स्वाद से समझदारी सिखाता है।
9. फटा दूध से बनाएं पनीर या मिठाई
अगर कभी दूध फट जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। यह एक अच्छा मौका है कुछ नया और स्वादिष्ट बनाने का। फटे दूध को अच्छे से छान लीजिए उससे छैना बन जाएगा।
अब इस छैने से आप घर पर ताज़ा पनीर बना सकते हैं या फिर थोड़ी मेहनत से मिठाई जैसे रसगुल्ला या सैंडविच भी तैयार कर सकते हैं।
इस तरह आप खाने की बर्बादी को बचा सकते हैं और अपने परिवार को कुछ अलग स्वाद भी दे सकते हैं। यह आदत धीरे-धीरे आपको Zero Waste जीवन की तरफ ले जाती है।
10. सब्ज़ी के डंठल और पत्ते से बनाएं वेज स्टॉक
पत्तागोभी के डंठल, पालक की मोटी डंडियाँ और धनिया की डंडियाँ अक्सर फेंक दी जाती हैं लेकिन ये बहुत उपयोगी होती हैं। इन सभी को धोकर अच्छे से उबालें और उस पानी को छान लें।
यह पानी वेजिटेबल स्टॉक कहलाता है और इसे आप दाल, सूप या किसी भी ग्रेवी में स्वाद और पोषण बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह तरीका आसान भी है और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। साथ ही यह खाने की बर्बादी को भी कम करता है जो Zero Waste किचन का एक अहम हिस्सा है।
निष्कर्ष
क्या आपको पता है जब हम खाना बर्बाद नहीं करते तब हम सिर्फ जीरो वेस्ट नहीं कर रहे हम कृतज्ञता दिखा रहे हैं। जीरो वेस्ट फूड कोई बड़ा काम नहीं यह हमारे रोज़मर्रा के छोटे-छोटे फैसले हैं।
जब रोटी बचती है तो उसके साथ एक मौका भी बचता है कुछ अच्छा करने का। तो अगली बार जब कुछ बचे तो उसे फेंकने से पहले दो बार सोचिए क्या पता उसमें ही अगला स्वाद छुपा हो।
आपको इस पोस्ट Easy Zero Waste Food Ideas in Hindi Indian Veg में हमारी दी गयी जानकारी कैसी लगी हमें कमेन्ट में जरुर बतायें और इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करें।

(Author)
Shiv Bhardwajदिल्ली निवासी और ZeroWasteCook.in के संस्थापक हैं।वे पिछले 4 वर्षों से भारतीय किचनों को प्लास्टिक-मुक्त बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। उनकी Zero Waste यात्रा एक साधारण बदलाव से शुरू हुई जब उन्होंने बाजार से प्लास्टिक की जगह खादी का थैला उठाया और अपने किचन में स्टील के डिब्बों को जगह दी।
