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हमारे बारे में | ZeroWasteCook.in

हाय, मैं सिद्धार्थ हूँ, दिल्ली से और आपका स्वागत है ZeroWasteCook.in पर. मुझे जीरो वेस्ट किचन के बारे में काफी एक्सपीरियंस है और मुझे लिखना बहुत अच्छा लगता है. यह मेरा एक ब्लॉग है जहाँ मैं अपने अनुभव जीरो-वेस्ट आइडियाज़ आपके साथ शेयर करता हूँ।

मैं यहाँ हिंदी में आसान, सस्ते और प्रैक्टिकल टिप्स देता हूँ जो मैंने खुद 5 सालो में सिखा और इस्तेमाल करते आ रहा हूँ। मेरी कहानी जानना चाहते हो? चलो बताता हूँ कि ये सब कैसे शुरू हुआ।

मेरी जीरो-वेस्ट जर्नी

दो साल पहले की बात है, मैं दिल्ली के एक मार्केट में कुछ सामान खरीदने गया था। घर लौटा तो मेरे हाथ में 8-10 प्लास्टिक बैग्स थे सिर्फ एक हफ्ते की किराने की शॉपिंग से इतना प्लास्टिक मैंने सोचा ये तो गलत है।

इतना प्लास्टिक कचरा जो नदियों और लैंडफिल्स में जाता है हमें रोकना होगा। बिना एक भी मिनट गवाए उसी दिन से ही मैंने अपने किचन को प्लास्टिक-मुक्त और सस्टेनेबल बनाने की ठानी।

शुरुआत छोटी थी खादी का थैला लेकर मार्केट जाना, स्टील के डिब्बों में खाना स्टोर करना शुर कर दिया। शुरुआत में तो ये सब करने में अच्छा नहीं लग रहा था लेकिन धीरे-धीरे आदत हो गयी इन सबकी और सिर्फ 6 महीने में मैंने 200 से ज्यादा प्लास्टिक बैग्स और डिब्बों का इस्तेमाल करना बंद कर दिया।

ये देखकर मुझे इतना अच्छा लगा कि मैंने सोचा की क्यों न ऐसा करने के लिए सबको प्रेरित किया जाये.फिर मैंने ZeroWasteCook.in शुरू किया ताकि आप सब भी अपने किचन को इको-फ्रेंडली बना सको।

मैं दिल्ली का लड़का हूँ और यहाँ की मार्केट्स खारी बावली, सरोजिनी नगर, लाजपत नगर मेरे लिए सस्टेनेबल प्रोडक्ट्स का खजाना हैं। चाहे स्टील के डिब्बे हों, खादी के थैले या बांस के बर्तन ये सब सस्ते दामों पर मिल जाते हैं। मेरा मकसद है आपको ऐसी टिप्स देना जो आपके बजट में फिट हों और आपके शहर में भी आसानी से उपलब्ध हो।

ZeroWasteCook.in क्या है?

ZeroWasteCook.in सिर्फ एक ब्लॉग नहीं बल्कि एक मिशन है। मैं चाहता हूँ कि हर भारतीय किचन सस्टेनेबल बने, बिना ये सोचे कि ये महंगा या बहुत मुश्किल है। यहाँ आपको मिलेगा:

  • हिंदी में आसान टिप्स: जीरो-वेस्ट किचन बनाने की सलाह, जैसे प्लास्टिक-मुक्त स्टोरेज, कम्पोस्टिंग शुरू करना या DIY क्लीनिंग प्रोडक्ट्स बनाना।
  • दिल्ली और भारत के लिए खास: मैं बताऊँगा कि खारी बावली से ₹50 में खादी थैला कैसे लें या सरोजिनी नगर से ₹200 में स्टील के डिब्बे कैसे खरीदें।
  • बजट-फ्रेंडली सलूशन्स: सस्टेनेबल लिविंग को हर घर के लिए किफायती बनाना चाहे आप स्टूडेंट हो, जॉब करते हो या हाउसवाइफ हो।
  • पर्सनल अनुभव: मैं वही टिप्स शेयर करता हूँ जो मैंने अपने किचन में आजमाए, जैसे पुराने अचार के डिब्बों को रियूज करना या सिरके से किचन साफ करना।

जीरो-वेस्ट किचन क्यों जरूरी है?

दिल्ली जैसे शहर में, जहाँ हर गली में कचरे का ढेर दिखता है हमें बदलाव की ज़रूरत है। भारत में हर दिन 26,000 टन से ज्यादा प्लास्टिक कचरा निकलता है और इसका बड़ा हिस्सा हमारे किचन्स से आता है। प्लास्टिक न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुँचाता है बल्कि हमारे खाने में केमिकल्स भी मिला सकता है जो सेहत के लिए खतरनाक हैं।

जीरो-वेस्ट किचन बनाकर हम:

  • अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं।
  • अपने परिवार की सेहत सुधार सकते हैं।
  • आने वाली पीढ़ियों को साफ-सुथरा फ्यूचर दे सकते हैं।

मैंने अपने किचन में छोटे-छोटे बदलाव किए, जैसे स्टील की बोतल यूज करना, खादी थैलों से शॉपिंग करना और बेकिंग सोडा से किचन साफ करना। नतीजा? मेरा किचन अब साफ, ऑर्गनाइज़्ड और इको-फ्रेंडली है। आप भी ऐसा कर सकते हो वो भी बिना ज्यादा खर्च किए।

मेरा वादा आपसे

ZeroWasteCook.in पर मैं आपसे वादा करता हूँ:

  • हर टिप सस्ती और प्रैक्टिकल होगी। आपको फैंसी और महंगे प्रोडक्ट्स खरीदने की ज़रूरत नहीं।
  • सारी सलाह हिंदी में होगी ताकि दिल्ली से लेकर छोटे शहरों तक हर कोई समझ सके।
  • मैं अपनी असल जर्नी शेयर करूँगा जैसे कैसे मैंने लाजपत नगर से ₹150 में बांस के चम्मच खरीदे या सरोजिनी नगर से ₹200 में स्टील का लंच बॉक्स लिया।

आइए मिलकर बदलाव लाएँ

चाहे आप भारत के किसी भी गलियों में रहते हो या किसी शहर में जीरो-वेस्ट जर्नी शुरू करने का टाइम है। मेरे ब्लॉग पर नई पोस्ट्स चेक करो, जैसे “जीरो-वेस्ट किचन टिप्स हिंदी में” या “किचन को प्लास्टिक मुक्त कैसे करें”।

चाहे वो खादी थैला यूज करना हो या कम्पोस्टिंग शुरू करना। हर छोटा कदम मायने रखता है! कोई सवाल या सुझाव? मुझे [info@zerowastecook.in (mailto:info@zerowastecook.in)] पर ईमेल करो या Contact Us पेज पर मैसेज करे। आइए दिल्ली से शुरू करके हर भारतीय किचन को हरा-भरा बनाएँ.